11 good habits that your online safety
एक अच्छा सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर ऑनलाइन सिक्योरिटी में सुधार करने और ऑनलाइन गलतियों के परिणामों से आपको बचाने के लिए बहुत कुछ कर सकता है। लेकिन कई बार स्कैमर्स आपके डेटा का एक्सेस पाने के लिए आपको उनके साथ किसी तरह से सहयोग करने के लिए मजबूर करते हैं और आप (जाने या अनजाने में) हो जाते हैं।
इन प्रकार के अटैक से खुद को प्रोटेक्ट करने का सबसे अच्छा तरीका कोई सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर नहीं हैं, बल्कि अच्छी सिक्योरिटी की आदतें हैं। कई कॉमन सेन्स रूल्स हैं, जो आपको वास्तविक दुनिया में सुरक्षित तो रखते ही हैं, लेकिन वे आपकी ऑनलाइन भी रक्षा कर सकते हैं।
हालांकि, मैनेजेबल लेवल पर खतरों की संख्या को कम करना संभव है। यह सिर्फ कुछ अच्छी सिक्योरिटी वाली आदतों को डेवलप करने में मदद करता है। इनमें से कोई भी कार्य विशेष रूप से मुश्किल नहीं है, लेकिन आपको उन्हें नियमित रूप से करने की आवश्यकता है, तभी वे एक सच्ची आदत बनेंगी।
तो यह जानने के लिए जारी रखें कि आप अपने ऑनलाइन एक्सपीरियंस को सुरक्षित बनाने के लिए अब क्या कर सकते हैं।
1) संशयी बनें:
यह एक सबसे महत्वपूर्ण व्यवहारिक परिवर्तन है जो आप कर सकते हैं। स्कैमर्स अन्य मानवों पर भरोसा करने के हमारे प्राकृतिक वृत्ति पर भरोसा करते हैं। आम तौर पर, हम “लोग क्या कहेंगे” इस बात से डरते हैं, जब तक हम झूठे साबित नहीं हो जाते। लेकिन उस समय तक, एक स्कैम हो चुका होता है।
सोशल इंजीनियरिंग के अटैक इस प्रकार के भरोसेमंद विश्वास पर भरोसा करते हैं। लेकिन सावधानी और संदेह का भारी डोस कई स्कैम को खत्म कर सकता हैं।
संदिग्ध जानकारी को उसके अपेक्षित सोर्स के साथ डबल चेक करें। सुनिश्चित करें कि कंपनी की ऑफिसियल वेब साइट पर उपलब्ध फोन नंबर का उपयोग करें, न कि ईमेल सिग्नेचर जो गलत हो सकती हैं। तत्काल समाधान की आवश्यकता वाले असामान्य कम्युनिकेशन्स से विशेष रूप से सावधान रहें।
2) इनफॉर्मेशन को डबल चेक करें:
अधिकांश ईमेल-बेस स्कैम यूजर्स के ई-मेल को ओपन करने और उसमें दिए गए निर्देशों का पालन करने पर भरोसा करते हैं। जबकि कई लोगों को इन phishing अटैक के जोखिम के बारे में शिक्षित किया गया है, स्कैमर्स भी अब अधिक प्रगतिशील हो गए हैं।
इनसे बचने के लिए ऐसे ईमेल मैसेजेस को हमेशा एक गहरी आशंका की नज़र से देखने कि आवश्यकता है। अगर आप यह समझ पाएं कि ईमेल आपको क्या करने के लिए कह रहा है, तो आप स्कैम से बच सकते हैं।
उदाहरण के लिए, क्या आपको तुरंत अपने बैक अकाउंट में लॉग इन करने के लिए कहा जा रहा है? यदि हां, तो इस ईमेल के किसी भी लिंक का पालन न करें। इसके बजाए, बैंक कि वेब साइट को अपने ब्राउज़र में टाइप कर ओपन करें और फिर लॉगइन करें। अगर आप किसी अप्रत्याशित ईमेल के ओरिजिन या वैधता के बारे में अनिश्चित हैं, तो इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि के लिए सेंडर के साथ संवाद करें।
3) क्लिक करने से पहले थोड़ा रूकें:
फ़िशिंग स्कैम, सबसे बड़े ख़तरों में से एक है। ये भ्रामक ईमेल और टेक्स्ट मैसेजेस हैं जो आपको किसी मलिशियस साइट के लिंक पर क्लिक करने या मलिशियस अटैचमेंट डाउनलोड करने के लिए आते हैं।
कई फ़िशिंग स्कैम की अपनी रणनीतियां होती हैं, लेकिन वे आपके द्वारा क्लिक करने पर निर्भर होते हैं। ऐसी लिंक पर क्लिक करने से पहले आपके पास सोचने का मौका होता हैं।
इस तरह से फ़िशिंग ईमेल यह कह सकता है कि आपके Amazon अकाउंट में कोई प्रॉब्लम है और इसे वेरिफाइ करने के लिए आपको तुरंत इस लिंक पर क्लिक करना होगा। या शायद यह कहता है कि यदि आप तुरंत साइन अप करते हैं तो आप एक फ्री आईपैड जीत सकते हैं।
सोचने के लिए एक सेकंड रूक जाने से आप आमतौर पर इन स्कैम से बच सकते हैं। यही कारण है कि आपको किसी लिंक पर क्लिक करने से पहले एक या दो सेकंड रूकने की आदत होनी चाहिए।
4) स्ट्रॉंग पासवर्ड और सिक्योरिटी क्वेश्चन बनाएं:
आपके ऑनलाइन अकाउंट को सुरक्षित करना उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना कि आपके विंडोज अकाउंट को। पहला कदम एक स्ट्रॉंग पासवर्ड और सिक्योरिटी क्वेश्चन होना चाहिए।
जब आप एक ऑनलाइन अकाउंट बना रहे होते हैं, तो आप इसे जल्दी से खत्म करने के लिए भागने की आदत में हो सकते हैं ताकि आप साइट का उपयोग शुरू कर सकें। यही कारण है कि बहुत से लोग पासवर्ड में अपना नाम या मोबाइल नंबर जैसे कमजोर पासवर्ड का उपयोग करते हैं या अन्य अकाउंट के पासवर्ड को यहां पर उपयोग करते हैं।
ये दोनों आपको असुरक्षित बनाते हैं। हैकर्स मिनटों में एक आसान पासवर्ड को क्रैक कर सकते हैं। यदि हैकर्स को आपका पासवर्ड मिल गया तो उसके लिए आपके सभी अकाउंट को एक्सेस करना आसान हो सकता हैं।
यही कारण है कि आपको युनिक, कॉम्प्लेक्स पासवर्ड बनाने की आदत होनी चाहिए। इन्हें बनाने के लिए अधिक समय लग सकता हैं, लेकिन वे आपकी जानकारी को सुरक्षित रखते हैं। बेशक, आपको उन्हें याद रखने का एक अच्छा तरीका भी मालूम होना चाहिए।
5) Two-Factor Authentication का उपयोग करें:
जब भी आप एक नई वेबसाइट पर कोई अकाउंट बनाते हैं, या हर कुछ महीनों में जब आप किसी पुराने वेबसाइट पर जाते हैं, तो आपको कुछ मिनटों के लिए अपने अकाउंट कि सिक्योरिटी सेटींग को देखने की आदत होनी चाहिए।
अक्सर आपको ऑन करने के लिए अतिरिक्त सिक्योरिटी फीचर भी मिल सकते हैं, जैसे two-factor authentication, जो आपको सुरक्षित बना देंगे।
Two-step verification एक अतिरिक्त सिक्योरिटी लेयर है जो आपके अकाउंट को सुरक्षित रखता है, भले ही आपका पासवर्ड “41$&8)1@01gr” जैसा अजीब या “admin@123” जैसा बेवकूफ ही क्यों न हो।
जब आप किसी अज्ञात डिवाइस से अपने अकाउंट में लॉगइन करने का प्रयास करते हैं, तो यह सिस्टम एक्टिव हो जाती है। चूंकि सिस्टम यह नहीं जानता कि यह एक हैकर है, या सामान्य से एक अलग डिवाइस का उपयोग करने वाला अकाउंट का ओनर, यह एक कोड के साथ आपके सेल फोन पर एक एसएमएस भेजकर “अलर्ट” करता है। इस कोड को एंटर करने के बाद ही आपका अकाउंट एक्सेस होगा।
Two-factor authentication का अर्थ है कि यदि कोई हैकर आपका पासवर्ड प्राप्त करता है, तो भी वे आपके फोन के एक्सेस के बिना आपके अकाउंट में लॉगइन नहीं कर पाएंगे।
6) भावनाओं में न बहें:
आधुनिक ऑनलाइन रोमांस स्कैम पूर्वनिर्धारित और संगठित अपराध होते हैं, जो इंटरनेट पर कमजोर, अकेले लोगों के लाखों रुपयों कि चोरी करते हैं।
एक परफेक्ट Cyber Crime के लिए स्कैमर्स यूजर्स की भावनाओं का उपयोग करते हैं: वे कंप्यूटर पर सुरक्षित रूप से विदेशों में बैठते हैं, सोशल नेटवर्क पर शिकार कि शिकार करते हैं, और वे शायद ही कभी पकड़े जाते हैं।
पीड़ित अक्सर गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो जाते है – दोनों आर्थिक और मनोवैज्ञानिक रूप में। और वे इतना शर्मिंदा हो जाते है कि वे आगे आकर शिकायत करने के लिए अनिच्छुक होते हैं, तब भी जब उन्हें महसूस होता है कि उन्हें स्कैम किया गया है।
यदि आपको सुरक्षित रहना हैं, तो सोशल नेटवर्क पर भावुक होकर पैसे कि लेनदेन या अपनी निजी जानकारी को देने कि आदत को बदलना होगा।
7) क्लाउड में संवेदनशील इनफॉर्मेशन को न रखें:
आजकल Google Drive, OneDrive और Dropbox जैसी सर्विसेस सुविधाजनक हो सकती हैं, लेकिन वे अभी भी हैक किए जाने के लिए कमजोर हैं। इसलिए अपनी संवेदनशील जानकारी को Cloud पर स्टोर न करना सुरक्षित रहने का सबसे अच्छा तरीका है।
8) इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग करते समय; एड्रेस बार में “Https: //” को चेक करें:
इस बात कि आदत आप खुद को लगा ही लीजिए कि इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग करते हुए, हमेशा यह चेक करें आपने अपने ब्राउज़र के सही साइट को ओपन किया हैं। सभी बैंकिंग साइट के एड्रेस अब https:// से स्टार्ट होते हैं। S का मतलब अधिक सुरक्षित।
9) हर लॉगिन के लिए युनिक पासवर्ड का उपयोग करें:
आपके हर एक ऑनलाइन अकाउंट के लिए अलग युजरनेम और पासवर्ड का इस्तेमाल करें। नहीं तो आपका एक अकाउंट हैक हो जाने पर आपके अन्य अकाउंट हैंक करने के लिए हैकर्स को कम मेहनत करनी पड़ेगी।
मैं यह जानता हूँ, कि हर अकाउंट के लिए अलग यूजरनेम और पासवर्ड को याद रखना कितना मुश्किल होता हैं। लेकिन इसका भी एक समाधान आपके लिए पहले ही उपलब्ध हैं।
10) अपने ब्राउज़र कैश को हमेशा क्लिन करें:
कभी कम मत समझें कि आपके ब्राउज़र की कैश आपके बारे में कितना जानता है। सेव कि गई कुकीज, सर्च और वेब हिस्ट्री, आपके घर का एड्रेस, फैमेली इनफॉर्मेशन और अन्य पर्सनल इनफॉर्मेशन बता सकते हैं।
अपनी सभी इनफॉर्मेशन, जो आपके वेब हिस्ट्री में छिपी हो सकती है, उसे हमेशा क्लियर करते रहें। यदि आप पब्लीक कंप्यूटर का उपयोग कर रहे हैं, तो यह एक अच्छी आदत हैं।
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11) ब्राउज़र में ‘Save Password’ फीचर को बंद करें:
आपके ब्राउज़र को आपके बारे में क्या पता हो सकता है? कई ब्राउज़र कुछ पासवर्ड मैनेजमेंट समाधान पेश करते हैं। लेकिन इस फीचर का इस्तेमाल करने कि सिफारिश मैं कभी नहीं करता।
मुझे लगता है कि आप अपने पासवर्ड को कभी भी ब्राउज़र में सेव न करें, यदि आप सुरक्षित रहना चाहते हैं।
मुझे आश्चर्य होता है कि डिफ़ॉल्ट रूप से ब्राउज़र अभी भी आपके वेब पासवर्ड को सेव करने के लिए प्रॉम्प्ट करते हैं I तुरंत इस फीचर को ऑफ करें।
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